मंगलवार, 7 दिसंबर 2010

SMS की दुनिया अजब होती है- होली, दीवाली, दशहरा, रक्षाबंधन, 15 अगस्त, 26 जनवरी, गुरुनानक जयंती, वैशाखी, ईद, क्रिसमस, नए वर्ष जैसे अवसरों पर हम अपने मित्रो रिश्तेदारों से मिलकर अपनी ख़ुशी का इजहार नहीं कर पाते! पहले पहल जब संचार माध्यमो ने इतनी प्रगति नहीं की थी उन दिनों पोस्ट कार्ड अंतर्देशीय या कहे डाक विभाग मुख्य माध्यम था! तब बधाई सन्देश भेजना इतना आसान नहीं था! फिर आया फोन का जमाना हम अपने मित्रो रिश्तेदारों को फोन के माध्यम बधाई सन्देश देने लगे! समय ने और विकाश किया रंगबिरंगे ग्रीटिंग कार्डस, अच्छे कोटेशन SORRY या I MISS YOU जैसे सन्देश बर्थडे व सालगिरह में ऐसे कार्डस खूब चले! वेलेंटाईन डे, फ्रेंडशिप डे पर भी कार्डस की भरी डिमांड रही! संचार माध्यमो की क्रांति ने मोबाईल युग में पहुचाया! जहा हम दुनिया के एक कोने से दुसरे कोने में बैठे व्यक्ति से चलते फिरते कही भी वार्तालाप कर सकते है! त्योहारों या पर्वो के अवसर पर हम अपने करीबियों को SMS कर बधाई देने लगे! SMS की यह परम्परा सिर्फ व सिर्फ त्योहारों पर्वो तक ही सिमित नहीं रही! अक्सर हम अपने मित्रो रिश्तेदारों को सुबह की गुड मार्निंग से लेकर रात की गुडनाईट जैसे संदेशो से याद करने लगे! जोक्स या प्यार भरी कविताये SMS में अक्सर आने लगी परन्तु SMS के शब्द जहा दिल को छूने वाले वही इसका दुरपयोग भी प्रारम्भ हो गया! अश्लील व फूहड़ SMS की बहुतायत होने लगी! कम्पनिया अपने उत्पादों  के प्रचार प्रसार में इसका उपयोग करने लगी !और तो और ऐसे SMS जिसमे उल्लेख होता की साईबाबा या माता का यह SMS 10 लोगो को भेजे आपका भला होगा और यदि नहीं भेजे तो आपका अनर्थ हो जायेगा! जैसे SMS सिरदर्द का सबब बनने लगे! खैर अच्छे या बुरे SMS तो बंद होने से रहे हम तो यहाँ उन SMS का उल्लेख कर रहे है जो दिल को छूने वाले है........
  (1) एक छोटी सी बच्ची अपने पापा के साथ जा रही थी! एक पुल पर पानी बहुत तेजी से बह रहा था! पापा बेटी डरो मत मेरा हाथ पकड़ लो! बच्ची नहीं पापा आप मेरा हाथ पकड़ लो! पापा मुस्कुराते हुए दोनों में क्या अंतर है बेटा! बच्ची अगर मे आपका हाथ पकडू और अचानक कुछ हो जाये तो शायद मै आपका हाथ छोड़ दू! लेकिन अगर आप मेरा हाथ पकड़ेंगे तो मै जानती हु की चाहे कुछ भी हो जाये आप मेरा हाथ कभी नहीं छोड़ेंगे!
(2) अगर आपकी आँखे खुबसूरत है तो आपको दुनिया अच्छी लगेगी ,लेकिन अगर आपकी जुबान खुबसूरत है तो आप दुनिया को अच्छे लगोगे !
(3) 3 दोस्तों की कहानी ज्ञान, धन और विश्वास तीनो बहुत अच्छे दोस्त थे! तीनो में प्यार भी बहुत था! एक ऐसा वक्त आया की तीनो को जुदा होना पड़ा! तीनो ने एक दुसरे से सवाल किया की कौन कहा जायेगा! ज्ञान बोला मै मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा और विद्यालय जाऊंगा! धन ने कहा मै महल और अमीरों के पास जाऊंगा! लेकिन विश्वास चुप था! दोनों दोनों ने वजह पूछी तो विश्वास ने ठंडी आह भर के कहा मै 1 बार चला गया तो फिर नहीं आऊंगा !
(4) कभी किसी को बिलकुल बेकार मत समझना ऐ दोस्तों ये याद रखना की बंद घडी भी 2 बार सही समय बताती है!

16 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुन्दर पोस्ट .खासकर चुने हुए sms दिल को छू गए

    जवाब देंहटाएं
  2. sms par bhi post likhi ja sakti hai...socha hi nahi tha bahut hi sundar.....
    collection bhi achha laga...

    जवाब देंहटाएं
  3. आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति बधाई ......

    जवाब देंहटाएं
  4. विरेन्द्र जी,विजय, जी,शेखर जी
    आपका धन्यवाद !
    शिवा जी आपका स्वागत है इसी तरह उत्साह बढ़ाने आते रहिएगा !

    जवाब देंहटाएं
  5. अच्छी लगी आपकी बातें....
    ______________
    'पाखी की दुनिया' में छोटी बहना के साथ मस्ती और मेरी नई ड्रेस

    जवाब देंहटाएं
  6. सबसे पहले देर से आने की क्षमा मांगतीं हूँ...
    आपकी पोस्ट एकदम सच बयाँ करती है... ये सब कंपनी वालों की हरकतें होतीं हैं, क्योंकि 2011 के बाद ऐसे किसी भी प्रकार के sms कोई भी कंपनी नहीं भेज पायेगी इसलिए, इंतज़ारकीजिये उस दिन का...

    जवाब देंहटाएं
  7. .

    हर तकनीक का उपयोग एवं दुरुपयोग हो रहा है आज । इसी तरह SMS की सुविधा का भी । यदि लोग हर वस्तु और सुविधा की महत्ता समझ लें तो कभी दुरुपयोग नहीं हो सकेगा। सुदर , सामयिक लेख के लिए बधाई।

    .

    जवाब देंहटाएं
  8. अगर आपकी जुबान खुबसूरत है तो आप दुनिया को अच्छे लगोगे शायद मैंने पहली बार आपका व्लाग देखा है ( 1 ) यह मेरी गलती है (२) बात पते की कही आपने (३) मुझे अच्छी लगी (४)बहुत बहुत बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  9. ज्ञान बोला मै मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा और विद्यालय जाऊंगा! धन ने कहा मै महल और अमीरों के पास जाऊंगा! लेकिन विश्वास चुप था! दोनों दोनों ने वजह पूछी तो विश्वास ने ठंडी आह भर के कहा मै 1 बार चला गया तो फिर नहीं आऊंगा !
    (4) कभी किसी को बिलकुल बेकार मत समझना ऐ दोस्तों ये याद रखना की बंद घडी भी 2 बार सही समय बताती है!

    क्या बात है अमरजीत जी .....

    पल्ले बांधने वाली बात कह गए .....

    जवाब देंहटाएं
  10. मोनिका जी ,
    अलोकिता जी ,
    अक्षिता जी ,
    प्रियंका जी ,
    पूजा जी ,
    दिव्या जी ,
    सुनील जी ,
    हरकीरत जी ,
    आप सभी का धन्यवाद !!

    जवाब देंहटाएं
  11. ) एक छोटी सी बच्ची अपने पापा के साथ जा रही थी! एक पुल पर पानी बहुत तेजी से बह रहा था! पापा बेटी डरो मत मेरा हाथ पकड़ लो! बच्ची नहीं पापा आप मेरा हाथ पकड़ लो! पापा मुस्कुराते हुए दोनों में क्या अंतर है बेटा! बच्ची अगर मे आपका हाथ पकडू और अचानक कुछ हो जाये तो शायद मै आपका हाथ छोड़ दू! लेकिन अगर आप मेरा हाथ पकड़ेंगे तो मै जानती हु की चाहे कुछ भी हो जाये आप मेरा हाथ कभी नहीं छोड़ेंगे
    अमरजीत जी बहुत उम्दा बहुत अच्छी सीख देती हुयी पोस्ट ........बहुत अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर ....सार्थक प्रस्तुति के लिए धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  12. पांच लाख से भी जियादा लोग फायदा उठा चुके हैं
    प्यारे मालिक के ये दो नाम हैं जो कोई भी इनको सच्चे दिल से 100 बार पढेगा।
    मालिक उसको हर परेशानी से छुटकारा देगा और अपना सच्चा रास्ता
    दिखा कर रहेगा। वो दो नाम यह हैं।
    या हादी
    (ऐ सच्चा रास्ता दिखाने वाले)

    या रहीम
    (ऐ हर परेशानी में दया करने वाले)

    आइये हमारे ब्लॉग पर और पढ़िए एक छोटी सी पुस्तक
    {आप की अमानत आपकी सेवा में}
    इस पुस्तक को पढ़ कर
    पांच लाख से भी जियादा लोग
    फायदा उठा चुके हैं ब्लॉग का पता है aapkiamanat.blogspotcom

    जवाब देंहटाएं