दुनिया के सबसे बड़े ताकतवर देश के मुखिया हिंदुस्तान की यात्रा कर लौट गए! इन तीन दिनों में बहुत व्यस्तता रही वैसे तो सभी अपने अपने स्तर पर व्यस्त रहे कोई अगवानी को लेकर, कोई भोज के कार्यक्रम को लेकर, कुछ स्कूली बच्चे मिलने को लेकर और मिडिया वाले पहले खबर पहुचाने को लेकर और इन सभी के बिच हम भी कही न कही व्यस्त रहे !
बराक ओबामा ने अमेरिका से भारत रवानगी से पूर्व कहा था की मे 50 ,000 अमेरिकियों की नौकरी की तलाश में भारत जा रहा हु और भारत आते ही पहला कार्य उन्होंने वही किया भारतीय और अमेरिका कम्पनियों के बीच करीब 10 अरब डालर (44 हजार करोड़ रु.) की डील के पूरा होने पर अमेरिका 50 ,000 से ज्यादा नौकरी पैदा होगी परन्तु भारत के युवा बेरोजगारों को क्या मिलेगा इस बात की चिंता किसे नहीं है! अमेरिका ने एक तरकश से कई तीर चलाये जिससे एशिया चीन पाकिस्तान सहित कई देशो को चिंता में डाल दिया परन्तु भारतीयों को क्या मिला आश्वासन अमेरिका अपने निर्यात कानून में सुधार के लिए कदम उठाएगा, वीसा शुल्क में वृद्धि पर भारतीय आईटी उधोग जगत को सांत्वना, पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर रोक का आश्वासन! हम भारतीय खुश भी बहुत हुए मिसेल ओबामा के बिल्लस खेलने को लेकर, ओबामा दम्पतियों के स्कूली बच्चो के साथ नृत्य को लेकर और सबसे बढ़कर बराक ओबामा के स्पीच को लेकर जिसमे उन्होंने महात्मा गाँधी ,स्वामी विवेकानंद, डॉ. आंबेडकर के साथ पचत्न्त्र ,शून्य का अविष्कार सहित भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ और अंत में जय हिंद कहकर! भारतीय तो इस संबोधन पर गदगद हो गए कुल मिलाकर हम प्रसन्न है इसलिए क्योकि एक बड़ी महाशक्ति ने हमें अपने साथ खड़ा किया, हमसे मदद मांगी और हमने वो सब दिया जो उसने हमसे माँगा! हा हमने भी माँगा और हमें मिला भी आश्वासन बहुत सारी बातो का और हम अगले कई साल तक इस उम्मीद में खुश भी रहेंगे रहा सवाल पाकिस्तान का उसकी दादागिरी का तो हमने भी शिकायत कर दी अमेरिका से और अमेरिका ने उसे डाटने का आश्वासन भी दिया! एक बात सबसे अच्छी लगी अमेरिका के सम्मान में पहली बार वामपंथियों का नजरिया!
चलिए किसे क्या मिला ये तो अपने अपने सोच की बात है आमिर खान खुश है की ओबामा उन्हें पहचानते है और उनकी पिक्चरे भी देखते है हम तो खुश है न्यूज चैनलों में बराक ओबामा के एयरफ़ोर्स वन को देखकर उनके 6 मंजिला विमान को देखकर जिसमे दुनिया की तमाम सुविधाए है!! चलिए अब कुछ दिन थकान उतारी जाय...................
हांजी आज अखबार पड़ते समय मैंने भी यही खोजने की कोसिस की थी की भारत के लोगो को कितनी नौकरी मिलेगी ............ अच्छा लेख ..
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जवाब देंहटाएंकिसी के आने और जाने से हमें कुछ नहीं मिलेगा। ओबामा ने भी हसीं सपने दिखाए और चले गए। जब तक हम खुद नहीं प्रयासरत होंगे , कुछ नहीं कर सकेंगे। बहुत बढ़िया लेख !
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मंजुला जी आपके पधारने का धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंदिव्या जी आपने सही कहा किसी के आने और जाने से हमें कुछ नहीं मिलने वाला यह तो हमें ही करना होगा परन्तुं जब दो देशो के मुखिया मिलते है तो बहुत सी बातो में सहमती बनती है करार होते है तो ऐसे में बहुत सी उम्मीदे भी बनती है !और जब एक ताकतवर देश का मुखिया अपने 150 - 200 लोगो के विशाल लाव लश्कर सहित आता है तो वह सिर्फ घुमने नहीं आता बहुत सारी सोच लेकर आता है और जिसे क्रियान्वित भी करता है ऐसे में आपने राजनेताओ से भी कुछ उम्मीदे हमारे लोग भी करते है तो क्या गलत है ..................
हम भारतीय बड़े इमोशनल होते है जय हिंद कहने से गदगद यही अमेरिका बाद में वाट लगाएगा चीन कि हरकत जल्दी भूल गए अच्चा प्रयास सही आवाज को उभारने का
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बहुत बढ़िया लेख
जवाब देंहटाएंअमरजीत,
जवाब देंहटाएंअच्छा है! बहुत अच्छा है!
आशीष
पवन जी,
जवाब देंहटाएंदीप्ती जी,
संजय जी,
आशीष जी
आप सभी का धन्यवाद
सही दिशा में प्रयास ,सही विश्लेषण ...शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंये सब रियलिटी शो, रियल हैं ही कहँा
जवाब देंहटाएंसस्ती लोकप्रियता की खातिर नग्नता परोसकर,
हमारी युवा पीढी को गुमराह किया जा रहा है और जिसमे वे सफल भी हो रहे है।